गर्मी के मौसम में लू लगना  एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग प्रभावित होते हैं। लू लगने का मतलब है कि आपके शरीर का तापमान अत्यधिक हो गया है, लू लगने पर कुछ लोगों को गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जो कि कभीकभी जानलेवा भी हो सकती हैं।

हीट स्ट्रोक (लू लगना) क्या है ?

हीट स्ट्रोक  एक गंभीर स्थिति है जो आमतौर पर लू कहलाता है। यह अत्यधिक तापमान के कारण होती है। जब शरीर का तापमान अत्यधिक हो जाता है और    शरीर  नियंत्रण में असमर्थ हो जाता है, तो हीट स्ट्रोक के यह  लक्षण  प्रकट होते हैं।

 इसके लक्षणों में चक्कर आना  , उल्टी, तेज दिल की धड़कन  और तेजी से बढ़ता हुआ तापमान शामिल होते हैं।

 इसका उपचार तुरंत मेडिकल सहायता लेना और शरीर को ठंडा करना है।

हीट स्ट्रोक (लू लगने) के कारण :-

 लू लगने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख शामिल हैं:

  1. अधिक गर्मी में रहना : अत्यधिक गर्मी में लम्बे समय तक बाहर रहना लू लगने का कारण बन सकता है।
  2. कम पानी पीना पानी की कमी का सामना करना भी लू लगने का मुख्य कारण हो सकता है। यदि आप अपने शरीर को पर्याप्त पानी नहीं पिलाते हैं, तो आपका शरीर अत्यधिक गर्म हो सकता है।
  3. अधिक शारीरिक श्रम अत्यधिक शारीरिक कार्य, जैसे कि भारी मेहनत , या लंबी दौड़-भाग करना, शरीर को गर्मी का अधिक अनुभव कराता है और लू लगने का खतरा बढ़ाता है।
  4. सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं : कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे कि उच्च रक्तचाप , दिल की बीमारी , थायराइड की समस्या   इत्यादि, भी लू लगने का कारण बन सकती हैं।
  5. अधिक एल्कोहल या नशा अधिक एल्कोहल या नशा उपयोग करने से शरीर की समझ खो जाती है, जिससे लू लगने का जोखिम बढ़ जाता है।
  6. आयुबुढ़ापे या बच्चों में लू लगने का जोखिम अधिक होता है, क्योंकि उनका शरीर गर्मी को संतुलित करने के लिए कम क्षमता रखता है।

इन कारणों के अलावा भी, लू लगने के अन्य कारण भी हो सकते हैं जो व्यक्ति के स्थानीय परिस्थितियों, स्वास्थ्य की स्थिति और व्यक्तिगत आदतो पर निर्भर करते हैं।

हीट स्ट्रोक ( लू लगने ) के लक्षण

लू लगने (Heat Stroke) के लक्षणों को पहचानना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि उसका समय रहते पहचाना जा सके और उपचार किया जा सके। ये हैं कुछ मुख्य लक्षण:

  • बहुत तेज सिरदर्द
  • चक्कर आना और हल्का सिरदर्द
  • गर्मी के बावजूद पसीना न आना
  • लाल, गर्म और शुष्क त्वचा
  • मांसपेशियों में कमज़ोरी या ऐंठन
  •  उल्टी
  • तेज़ दिल की धड़कन,
  • तेज़ साँस लेना
  • व्यवहार में परिवर्तन जैसे कि भ्रम, भटकाव या लड़खड़ाना
  •  

अधिक गर्मी में बिना सुरक्षा उपाय के बाहर रहना, खासकर अगर आप पानी नहीं पीते हैं या अधिक शारीरिक काम करते हैं, तो लू लगने का खतरा हो सकता है

 इन जोखिम बढ़ाने वाले कारण को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित रहना और अपने शरीर की देखभाल करना महत्वपूर्ण होता है ताकि लू लगने का खतरा कम हो। 

लू लगने से बचाव के लिए हमेशा ध्यान रखें कि अधिक गर्मी में बाहर जाने से पहले समयसमय पर पानी पीते रहें, ठंडे जल का सेवन करें।

हीट स्ट्रोक (लू )का इलाज

हीट स्ट्रोक का इलाज तुरंती होना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर स्थिति हो सकती है और जीवन को खतरे में डाल सकती है स्ट्रोक हो जाता है, तो

  1. तुरंत पानी पिएं हीट स्ट्रोक के मरीज को तुरंत ठंडा पानी पिलाना चाहिए। यह पानी पिने से उनके शरीर का तापमान कम होता है।
  2. ठंडा स्नान कराएं ): मरीज को ठंडे पानी में स्नान कराना चाहिए, ताकि उनका शरीर ठंडा हो सके।
  3. संबंधित शरीरिक क्षेत्र को ठंडा रखें : हीट स्ट्रोक के मरीज के मुख्य संबंधित शरीरिक क्षेत्रों को ठंडा रखने के लिए प्रयास करें, जैसे कि मस्तिष्क, पीठ, और कमर।
  4. चिकित्सक से संपर्क करें : हीट स्ट्रोक के मरीज को तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए ताकि उन्हें उचित और तत्कालिक चिकित्सा सहायता मिल सके।

तपती धूप और गर्मी से अक्सर लोग सुस्त महसूस करते हैं। दरअसल, शरीर में पानी की कमी के कारण इस समस्या का सामना करना पड़ता है।

 ऐसे में आप हिट स्ट्रोक से बचने के लिए अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करें, जो पाचन को बेहतर बनाएं और इस मौसम में फिट रखने में मदद करें। ——–

गर्मी में खुद को हाइड्रेट रखने के लिए   खीरे   का सेवन जरूर करें।

 पानी की मात्रा से भरपूर मौसमी खाद्य पदार्थ हैं जो केवल शरीर को हाइड्रेट रखते हैं, बल्कि पाचन तंत्र को भी बढ़ावा देते हैं।

ताज़े पुदीने  के पत्ते के सेवन से आप लू से राहत पा सकते हैं। इसमें मौजूद मेन्थॉल शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है।

 कीवी के नियमित सेवन से शरीर में पानी की कमी को दूर कर सकते हैं। इसमें मौजूद पोटैशियम हीट स्ट्रोक से राहत दिलाने में मददगार है।

आम  प्रोटीन, विटामिन , बी6, सी, आयरन, फोलेट, मैग्नीशियम, राइबोफ्लेविन और आहार फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह गर्मियों के लिए सुपरफूड माना जाता है।

धनिया पत्ती
गुलाब का शरबत
छाछ का सेवन
प्याज
अपनी डाइट में प्याज को जरूर शामिल करें. कच्चा प्याज खाने से शरीर की गर्मी दूर होती है.

बेल का शर्बत
गर्मियों में बेल का शर्बत भी ठंडक देता है और बेहद फायदेमंद होता है. साथ ही यह शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है. इसलिए इसे अपने आहार में जरूर शामिल करें.

मौसमी फल
इसके अलावा मौसमी फलों को भी अपनी डाइट में जरूर शामिल करें. गर्मियों में आप तरबूज, ककड़ी, खीरा, अंगूर आदि जरूर खाएं या फिर इनका जूस लें.

सुबह उठने के साथ ही आप कम से कम 2 ग्लास गुनगुना पानी पिएं, जिससे आपका मोशन अच्छे से हो सके. उसके बाद नाश्ते में सलाद और जूस का सेवन करें.

अगर आपका काम ओपन शेड में है तो कोशिश करें कि थोड़ीथोड़ी देर में पानी पीते रहें. इससे आपका शरीर हाइड्रेटेड रहेगा.

इसके अलावा टिफिन में अपने साथ ग्रीन सलाद जरूर लें, जैसे खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूज, अंगूर और अन्य सीजनल फल. ये फल नियमित रूप से खाते रहें. इसके अलावा नींबू पानी, शिकंजी, सत्तू, लस्सी, आम पन्ना, पुदीना शेक जैसे ठंडे और फ्रेश पेय पदार्थ का सेवन भी आपकी सेहत को तंदुरुस्त रखने में मददगार साबित होगा

 हीट स्ट्रोक  के लक्षणों को पहचानना और उपचार करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अगर किसी को हीट स्ट्रोक के लक्षण महसूस हों, तो उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए।

यदि हम सभी इन सावधानियों का पालन करें, तो हम अपनी सेहत को हीट स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं से बचा सकते

 इन सावधानियों का पालन करते हुए, हम सभी गर्मियों को सुरक्षित रख सकते हैं और लू जैसी गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं

Dt Richa Shandilya, Best Dietician in Mathura

Call Now for Appointment : 9258113570, 9258113571